एक समय की बात है, एक छोटे से गांव में बहुत सारे बच्चे रहते थे। उनमें सबसे चंचल और अच्छे दिमाग वाला एक लड़का था जिसका नाम नामकरण था। वह लड़का बहुत ही समझदार था और उसकी हर चाल पर सवाल किया जाता था।
एक दिन, नामकरण अपने दोस्तों के साथ खेल रहा था। वे अपने छोटे खेत में घास उगाने का खेल खेल रहे थे। इस खेल में हर बच्चा एक छोटा-सा खेत चुनता और उसमें घास उगाने के लिए मेहनत करता था। फिर वे कई दिनों तक इंतजार करते थे कि उनकी घास उगे और उसे देखें।
नामकरण खेत चुनने में बहुत उत्साहित हो गया और वह चाहता था कि उसके खेत में सबसे बड़ी और सुंदर घास उगे। जब उसने ध्यान से देखा, तो उसे अपने खेत में एक बिल्ली और बड़ी सी बाल दिखाई दी। वह यकीन नहीं कर सकता था कि बिल्ली वास्तव में उसके खेत में घास उगाने आई है।
नामकरण ने बिल्ली के पास जाकर पूछा, "बिल्ली, आप यहाँ क्या कर रही हो? आपने यहाँ कैसे पहुँचा?" बिल्ली ने कहा, "नामकरण, मैंने सोचा कि मैं भी खेत में घास उगाने के खेल में खेलूं। मुझे भी अपने दोस्तों के साथ खेलने का मन था।" नामकरण हंस पड़ा और पूछा, "बिल्ली, तुम वास्तव में घास उगा सकती हो?" बिल्ली ने खुशी से जवाब दिया, "हाँ, नामकरण, मैं बिलकुल कर सकती हूँ।"
नामकरण ने चुंबकपूली देखते हुए कहा, "ठीक है, बिल्ली, अगर तुम वास्तव में घास उगा सकती हो, तो मेरे खेत में भी घास उगा दो।" बिल्ली ने सोचा और फिर कहा, "ठीक है, नामकरण, मैं तुम्हारे खेत में घास उगा दूंगी, लेकिन एक शर्त पर।" नामकरण ने यह पूछा, "वह कौन सी शर्त है?" बिल्ली मुस्काई और कही, "तुम्हें उस खेत की देखभाल करनी होगी और अपनी खूबसूरती की देखभाल भी करोगे।"
नामकरण खुश होकर बोला, "ठीक है, बिल्ली, मैं तुम्हारी खूबसूरती की देखभाल करूंगा और तुम मेरे खेत में घास उगा दोगी।"
बिल्ली और
नामकरण मिलकर काम करने लगे। बिल्ली ने नामकरण की खूबसूरती की देखभाल की और नामकरण ने मेहनत करके खेत में घास उगानी शुरू कर दी। दिन बितते गए और एक दिन नामकरण ने देखा कि उसके खेत में बहुत सारी घास उग गई है। बिल्ली के पौधे भी ताजगी से भर गए थे।
नामकरण बहुत खुश हुआ और बिल्ली की तारीफ करने लगा। बिल्ली ने मुस्कान देकर कहा, "देखा, नामकरण, तुमने सोचा था कि मैं घास उगाने में कामयाब नहीं हो पाउंगी, लेकिन मैंने तुम्हें दिखा दिया कि हमेशा किसी की क्षमताओं पर भरोसा करना चाहिए।" नामकरण गर्व से बोला, "हाँ, तुमने मुझे एक महत्वपूर्ण सबक सिखाया है, बिल्ली। हमेशा खुद को कमजोर न समझो, क्योंकि हमें कुछ भी संभव हो सकता है!"
इस तरह, बिल्ली और नामकरण की दोस्ती बढ़ती गई और गांव के सभी बच्चे नामकरण की कहानी सुनकर प्रेरित हुए। उन्हें यह समझ में आया कि वे किसी भी चीज़ को हासिल कर सकते हैं, बस अपनी क्षमताओं पर विश्वास रखें और मेहनत करें।
इस तरह, नामकरण के खेत में उगी हर एक घास की कहानी गांव के बच्चों के दिल में समृद्धि और आत्मविश्वास लाई। और वे अब अपने सपनों को पूरा करने के लिए हमेशा मेहनत करने लगे।
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